तेरे इंतजार में बीत गए है, ना जाने ही कितने बसंत। ना तुम आये और ना आई कोई खैर-खबर। तेरे इंतजार में बीत गए है, ना जाने ही कितने बसंत। ना तुम आये और ना आई क...
सूरज की तरफ देखकर पूछा उस से क्या हमारा साथ दे पाओगे? किनारे तक पहुँचने से पहले तुम सूरज की तरफ देखकर पूछा उस से क्या हमारा साथ दे पाओगे? किनारे तक पहुँचने...
बस मेरा दर्द पहचानो.. दिल रोता तुमसे दूर रहकर, अन्दर ही अन्दर मचलकर..! बस मेरा दर्द पहचानो.. दिल रोता तुमसे दूर रहकर, अन्दर ही अन्दर मचलकर..!
घर में घर में
मध्यांतर में मध्यांतर में
शीशे में शीशे में